Title : राधारमण में हाईराइज बिल्डिंग निर्माण विषय पर सेमीनार संपन्नDetails : भोपाल। किसी भी बड़ी बिल्डिंग का निर्माण उसकी कार्ययोजना बनाने से आरंभ होता है। कार्ययोजना में डिजाइन, लागत, निर्माण की प्रक्रिया तथा लगने वाला समय से लेकर विभिन्न तकनीकी व अन्य पहलु शामिल होते हैं। साथ साथ यह भी ध्यान रखा जाना जरूरी होता है कि जिस स्थान पर ऊंची इमारत बन रही है वहां की मिट्टी कैसी है, क्या वह क्षेत्र भूकंप संवेदी क्षेत्र में आता है एवं क्या वहां इमारत की स्थिरता व मजबूती को चुनौती देने वाले और कोई कारण मौजूद हैं।
उक्त बात विगत दिवस राधारमण ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूट्स परिसर में हाईराइज बिल्डिंग के निर्माण से जुड़े पहलुओं पर आधारित एक सेमीनार में साउथ कोरिया से आए जाने माने निर्माण विशेषज्ञ व स्ट्रक्चरल इंजीनियर मनोहर नेमा ने कही। उन्होंने बताया कि आज के दौर में बिल्डिंग निर्माण के लिए बहुत सारी तकनीकी मदद मौजूद है जिसकी सहायता से परफेक्ट निर्माण को अंजाम दिया जा सकता है। अपने लैक्चर में उन्होंने बीआईएम तथा मायडेस जैसे सॉफ्टवेयरों की भी जानकारी दी जिनकी मदद इन दिनों बड़ी बिल्डिंगों के निर्माण में ली जा रही है।
इस अवसर पर राधारमण ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूट्स के चेयरमेन आर.आर. सक्सेना ने श्री नेमा को उनके गहन ज्ञान को विद्यार्थियों के साथ साझा करने के लिए धन्यवाद दिया व विद्यार्थियों को बताई गई जानकारी को अच्छी तरह दिमाग में बिठाने की सलाह दी।.