Title : राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस धनवंतरि जयंति के अवसर पर राधारमण आयुर्वेदिक कॉलेज में विशेष पूजा का आयोजनDetails : राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस धनवंतरि जयंति के अवसर पर राधारमण आयुर्वेदिक कॉलेज में विशेष पूजा का आयोजन
आरोग्य के देवता एवं आयुर्वेद के आदि प्रवर्तक भगवान धनवतंरी आपको रोग मुक्त करें, आप स्वस्थ हो, दीर्घायु हो, इन्ही शुभकामनाओं के साथ, भगवान धन्वंतरि के पूजन व हवन के कार्यक्रम आयोजित किया गया इस अवसर पर राधारमण ग्रुप के चेयरमैन श्री आर एस सक्सेना सहित ग्रुप के सीनियर डायरेक्टर एवं फैकल्टी,डॉक्टर्स मौजूद थे
सेहत सबसे बड़ा धन इसलिए धन्वंतरि की पूजा
आमतौर पर लोग धनतेरस को पैसों से जोड़कर देखते हैं लेकिन ये आरोग्य नाम के धन का पर्व है। पूरे साल अच्छी सेहत के लिए इस दिन आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि की पूजा होती है। विष्णु पुराण में निरोगी काया को ही सबसे बड़ा धन माना गया है। सेहत ही ठीक न हो तो पैसों का सुख महसूस नहीं होता इसलिए धन्वंतरि पूजा की परंपरा शुरू हुई। पौराणिक कथा के मुताबिक, समुद्र मंथन के वक्त शरद पूर्णिमा को चंद्रमा, कार्तिक महीने की बारहवीं तिथि को कामधेनु गाय और अगले दिन यानी त्रयोदशी पर धन्वंतरि हाथ में सोने का कलश लेकर प्रकट हुए। जिसमें अमृत भरा हुआ था। उनके दूसरे हाथ में औषधियां थी और उन्होंने संसार को अमृत और आयुर्वेद का ज्ञान दिया। यही वजह है कि इस दिन आयुर्वेद के देवता धन्वंतरि की पूजा की जाती है। पुराणों में इन्हें भगवान विष्णु का अंशावतार भी माना गया है।.