राधारमण विद्यार्थियों को महिला व बाल अत्याचार विषय पर किया गया जागरूक भोपाल। राधारमण ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूट्स में विगत दिवस महिला एवं बाल अत्याचार विषय पर एक दिवसीय जागरूकता सेमीनार आयोजित किया गया। मेन अगेंस्ट रेप एण्ड डिस्क्रिमिनेशन (मर्द) नामक संस्था के सहयोग से आयोजित इस सेमीनार को आरजे रूपक एवं खोये एवं गुमे बच्चों की मदद कर रहे समाजसेवी प्रशांत दुबे ने संबोधित किया। आरजे रूपक ने महिलाओं से किये जाने वाले लिंगभेद पर चर्चा करते हुए उन्हें पुरूषों के बराबर दर्जा व सम्मान दिये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यौन शोषण के मामले में महिलाओं को चुपचाप सहन करने की बजाय खुलकर सामने आना चाहिए ताकि दोषियों को सजा दिलवाई जा सके तथा समाज में ऐसे अपराधों को करने वालों के दिमाग में कानून का भय उत्पन्न किया जा सके। प्रशांत दुबे ने अपने उद्बोधन में बताया कि देश मानव तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा संख्या बच्चों की होती है जिसमें लड़कियों की संख्या लड़कों से अधिक होती है। उन्होंने कहा कि गुम हुए बच्चों को अधिकतर अपहरण कर लिया जाता है तथा उनसे मजदूरी से लेकर यौन संबंध बनाये जाने जैसे गैर कानूनी कार्य डरा धमकाकर कराये जाते हैं। ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए जहां कड़े कानूनों की जरूरत है तो वहीं समाज को भी आगे आकर ऐसे अपराधियों को पकड़वाने का काम करना होगा। समूह के चेयरमेन आर आर सक्सेना ने अपने भाषण में कहा कि महिलाओं के विरूद्ध हो रहे अपराधों का बढ़ता ग्राफ वाकई चिंतनीय है तथा इस दिशा में सभी को पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए हम विद्यार्थियों और आमजन को तो ऐसे खतरों के प्रति आगह कर ही सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक जिम्मेदारी नागरिक के रूप में हम 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन तथा पुलिस को सूचना मुहैया कराकर इन अपराधों को रोकने में अपना योगदान दे सकते हैं।
राधारमण विद्यार्थियों को महिला व बाल अत्याचार विषय पर किया गया जागरूक - 07-09-2017 राधारमण विद्यार्थियों को महिला व बाल अत्याचार विषय पर किया गया जागरूक - 07-09-2017 राधारमण विद्यार्थियों को महिला व बाल अत्याचार विषय पर किया गया जागरूक - 07-09-2017