15-05-2024 : राधारमण ग्रीन टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग प्रोग्राम पांचवे दिन इलेक्ट्रिकल व्हीकल के भविष्य पर हुई चर्चा भोपाल
राधारमण ग्रीन टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग प्रोग्राम
पांचवे दिन इलेक्ट्रिकल व्हीकल के भविष्य पर हुई चर्चा
भोपाल । भारत दुनिया का पाँचवाँ सबसे बड़ा कार बाज़ार है और निकट भविष्य में शीर्ष तीन देशों में से एक बनने की क्षमता रखता है, जहाँ वर्ष 2030 तक लगभग 40 करोड़ ग्राहकों को मोबिलिटी समाधान की आवश्यकता होगी। इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर अधिकाधिक बल देना वैश्विक जलवायु एजेंडे से प्रेरित है। ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने के लिये कार्बन उत्सर्जन को कम करने हेतु पेरिस समझौते के तहत इस एजेंडे को आगे बढ़ाया जा रहा है।
यह बात राधारमण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में चल रहे ग्रीन टेक्नोलॉजी (हरित प्रौद्योगिकी) ट्रेनिंग प्रोग्राम के पांचवे दिन विशिष्ट विद्वान के रूप में आये डॉ प्रद्युम्न विश्वकर्मा ने कही। उन्होंने अपने प्रेजेंटेशन में इलेक्ट्रिक व्हीकल, उसकी वर्तमान स्थिति एवं भविष्य में उत्पन्न संभावनाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई। डॉ प्रद्युम्न विश्वकर्मा ने बताया कि कैसे हाइब्रिड सिस्टम पारंपरिक आंतरिक दहन इंजनों को इलेक्ट्रिक व्हीकल के साथ एकीकृत किया जाता है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने हाइब्रिड पावरट्रेन कॉन्फ़िगरेशन, श्रृंखला, समानांतर और श्रृंखला-समानांतर आर्किटेक्चर के उपयोग पर प्रकाश डाला। डॉ. विश्वकर्मा ने हाइब्रिड सिस्टम में रिजेनेरटिव ब्रेकिंग की भूमिका पर जोर दिया। इस अवसर पर सीनियर डायरेक्टर डॉ पी के लाहिरी, डायरेक्टर डॉ अजय सिंह, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजीव वार्ष्णेय एवं विभाग प्रमुख डॉ. पराग मिश्रा भी उपस्थित रहे।
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