31-12-2022 : महान गणितज्ञ रामनुजन ने लिखे थे गणित के 120 सूत्र, जिसे देखकर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने भेजा था न्योता
महान गणितज्ञ रामनुजन ने लिखे थे गणित के 120 सूत्र, जिसे देखकर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने भेजा था न्योता
राधारमण इंस्टीटूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस द्वारा गणितज्ञ श्री निवास रामनुजन की जयंती पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। "फॉरेस्टिंग साइंटिफिक टेमपर" शीर्षक पर आयोजति इस सेमिनार में गणित और डेटा साइंस से जुड़े विद्वानों और विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर चेयरमैन आर आर सक्सेना जी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी डायरेक्टर्स और छात्रों का स्वागत किया। साथ ही उन्होंने गणितज्ञ श्री निवास रामनुजन अयंगार के महान कार्यों और उनकी उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विश्व के एक श्रेष्टतम् गणितज्ञ श्री निवास रामनुजन अयंगार का जन्म कोयमबटूर तमिलनाडु में हुआ था। राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में भारत में मनाया जाता है।
स्कूल में ही कर ली थी कालेज स्तर की पढ़ाई
उन्होंने ने बताया कि मात्र 32 वर्ष की आयु में रामनुजन जी ने अपने अदभुत एवं विलक्षण ज्ञान से गणित के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। बचपन से ही श्री निवास रामानुजन कुशाग्र बुध्दि सम्पन्न थे। रामानुजन इतने मेधावी छात्र थे कि स्कूल मे ही इन्होंने कालेज स्तर तक के गणित अघ्ययन कर लिया था।
गणित के 120 सूत्र देख कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने बुलाया
आर आर सक्सेना जी ने कहा कि रामनुजन जी ने 31 की उम्र में गणित के 120 सूत्र लिखे और अपने शोध को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी को भेजा। जिसके आधार पर उनको वहां आमन्त्रित किया गया एवं उन को ट्रिनिटी कॉलेज (यूके) में सदस्यता मिली। जिसके फलस्वरूप वे ऐसा करने वाले प्रथम भारतीय हुए।
वेबिनार में डॉ संदीप जैन, डॉयरेक्टर डॉ आर के पांडेय, डॉ पीके लहरी और डॉ तृप्ति तिवारी ने लॉजिकल मैथ्स, अल्गोरिदम एंड डेटा साइन्स में कैरियर के दृष्टिकोण से सभी का मार्गदर्शन किया और गणित दिवस का महत्व भी बताया। अंत में आर आर सक्सेना जी ने इस कार्यक्रम को करवाने के लिए एमपीसीएसटी, मध्य प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया।
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